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Showing posts from April, 2021

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-9 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 9)

 दोस्तो, मेरी कहानी के आठ भाग आप पढ़ चुके हैं, मुझे काफी मेल आये औऱ सभी ने कहानी की तारीफ की है, मैं आपको बता दूँ कि यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है. आगे पूजा की चूत चुसाई और लंड पिलाई के बाद ऋतु ने उसे सब डिटेल में बताया कि अगर वो अपनी सहेलियों को ये सब मजे दिलवा सकती है, फिर और भी मजा आएगा. पूजा ने हाँ में जवाब दिया. और फिर दोनों मम्मी पापा के आने से पहले कपड़े पहन कर तैयार होकर पढ़ने बैठ गई. पूजा शाम को ही जा चुकी थी. रात को मैं खाना खाने के बाद सीधा ऋतु के रूम में आ गया. जब मैं अंदर घुसा तो ऋतु दरवाजे के पीछे छुपी हुई थी और मुझे पीछे से पकड़ कर मेरी पीठ पर चढ़ गई और मुझे पीछे से चूमने लगी. जब मेरे हाथ पीछे गए तो मैंने पाया कि मेरी बहन बिल्कुल नंगी है. मैंने उसे बेड पर ले जा कर पटक दिया. ऋतु मुझे कामुक निगाहों से देखते हुए एक हाथ अपनी चूत में डालकर अपना रस चाटने लगी. मैंने अपने कपड़े उतारने शुरू किये और कुछ ही देर में अपनी बहन के सामने बिल्कुल नंगा खड़ा हो गया. मैंने कोई देर किये बिना उसकी रसीली चूत के स्विमिंग पूल में छलांग लगा दी और उसने मेरे कूदते ही अपनी टांगें मेरी कमर से लपेट ली.

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-8 (School Girl Ki Chudai: Bhai Behan Ki Chudai Ka Safar- Part 8)

 दोस्तो, स्कूल गर्ल की चुदाई की मेरी कहानी पर मुझे काफी मेल आये, सभी ने कहानी की तारीफ की है पर मैं आपको बता दूँ कि यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है. बहन की चुदाई करके निबटा कि मम्मी आ गई. शाम को खाना खाने के बाद हम दोनों अपने अपने रूम में जाकर सो गए. अगली दोपहर मैं सन्नी और विकास तीन बजे घर आ गए. थोड़ी ही देर में हमने ऋतु और पूजा को भी घर में दाखिल होते देखा. हम पहले ही अपने कमरे में छुप गए थे और छेद से देख रहे थे. उन दोनों ने आते ही अपने कपड़े उतारना शुरू कर दिया और दो मिनट में ही दोनों सहेलियाँ नंगी खड़ी हो गई. सन्नी और विकास बारी-बारी से देख रहे थे कि कैसे वो दोनों नंगी होने के बाद फ्रेंच किस कर रही हैं, एक दूसरी के चूचे दबा रहीं हैं. वो दोनों तो पूजा का नशीला शरीर देखकर बिफर ही गए… उन्होंने ऐसी ‘ब्लैक ब्यूटी’ नहीं देखी थी. जिसके दूध इतने बड़े और गांड इतनी चौड़ी हो और साथ ही बला की खूबसूरत भी हो. ऋतु की चमकती त्वचा के सामने वैसे तो पूजा कुछ भी नहीं थी पर हर किसी का अपना स्वाद है. वो दोनों अब 69 की अवस्था में आ चुकी थी और एक दूसरे की चूत की रसमलाई चाटने में लगी हुई थी. सन्नी ने ऋतु को

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-7 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 7)

 दोस्तो, मेरी कहानी जिसमें मैंने अपनी सगी बहन को चोदा, के छः भाग आ चुके हैं, मुझे काफी मेल आ रहे हैं, सभी ने मेरी सेक्स कहानी की तारीफ की है पर मैं आपको बता दूं कि यह कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है. मेरी बहन और उसकी सहेली मेरे सामने बिल्कुल नंगी बैठी थी. दो नंगी स्कूल गर्ल्स को देख कर मेरा लंड तन कर खड़ा हो गया. मैंने ऋतु की तरफ देखा, उसके चूचों का तो मैं वैसे ही दीवाना था. मुझे अपनी तरफ देखते पाकर उसकी आँखें बंद सी होने लगी और अपनी एक उंगली अपने मुंह में डालकर वो बोली- चलो अब तुम्हारी बारी है. मैंने एक गहरी सांस लेकर अपना पायजामा और चड्डी नीचे गिरा दी और अपनी टी-शर्ट भी उतार दी. फिर मैंने अपना तना हुआ लंड हाथ में लिया और उसे आगे पीछे करने लगा. ऋतु ने कहा- इतना दूर नहीं… यहाँ हमारे पास आकर खड़े हो जाओ और फिर हिलाओ. मैं खिसककर आगे आ गया और अब मेरे पैर बेड से टकरा रहे थे और उन दोनों के नंगे जिस्म आपस में रगड़ खा रहे थे और उन दोनों का चेहरा मेरे लंड से सिर्फ चार या पांच इंच की दूरी पर ही था. मैं लंड हिलाने लगा. पूजा ने ऋतु की तरफ देखा और वो मुस्कुरा दी. जवाब में पूजा भी मुस्कुरा दी और वो अब

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-6 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 6)

 मैं अपनी बहन के साथ सेक्स दो बार कर चुका था. वो अपनी सहेली को लाई थी घर मुझे नंगा मुठ मारते दिखाने के लिए. अब आगे: ऋतु- तो चलो चल कर रोहन से ही पूछ लेती हैं… देखें वो क्या कहता है? और फिर हँसने लगी. पूजा- पागल हो गई है क्या… मैं तो सिर्फ बात कर रही हूँ. इसका मतलब यह नहीं कि मैं उससे जाकर बोलूँ कि वो मेरे सामने मुठ मार सकता है या नहीं. ऋतु- तुम मत जाओ, मैं जाकर उसको बोलती हूँ तुम्हारी तरफ से.. अगर तुम चाहो तो? पूजा- वो कभी भी नहीं तैयार होगा इस पागलपन के लिए… ये सिर्फ मेरे मन के विचार हैं और कुछ नहीं इन्हें ज्यादा गंभीरता से मत लो. ऋतु- अरे कोशिश तो करते हैं ना… वो या तो हाँ करेगा या ना… और वो ये बात मोम डैड को भी नहीं बता पायेगा क्योंकि उसे ये बातें उन्हें बताने में बड़ी शर्म आएगी… मैं तो यह सोच रही हूँ कि उसको क्या देना पड़ेगा ये सब करवाने के लिए? पूजा- क्या मतलब? ऋतु- मतलब कि वो शायद कर सकता है अगर बदले में हम उसे कुछ ऐसा दें जिसकी उसे जरूरत है. पूजा- जैसे कि? ऋतु- मुझे नहीं पता…कुछ भी हो सकता है. ये तो सिर्फ मेरा आईडिया है. चलो एक काम करते हैं, मैं जाकर उससे पूछती हूँ कि क्या वो हम

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-5 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 5)

 पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मैंने अपनी बहन को चोदा पहली बार और मेरी बहन अगली सुबह जल्दी उठ कर चुदाई करने को कह गई. अगले दिन सुबह मेरी नींद जल्दी ही खुल गई और मैंने जब छेद से ऋतु के रूम में देखा तो वहाँ अँधेरा था. मैं दबे पांव उसके रूम में गया और उसके बेड के किनारे जाकर खड़ा हो गया. थोड़ी देर बाद अँधेरे में अपनी आँखें जमाने के बाद मैंने देखा कि ऋतु अपनी चादर से बाहर निकल कर सो रही थी. मेरी बहन एकदम नंगी थी, उसकी दोनों टांगें फैली हुई थी जिसकी वजह से मेरी बहन की चूत अलग ही चमक रही थी. मेरा लंड यह नजारा देख कर फुफकारने लगा. मैंने फुर्ती में अपने कपड़े उतारे और उसकी खुली हुई टांगों के बीच कूद गया. मैंने अपना मुंह जैसे ही उसकी चूत पर टिकाया, उसके शरीर में एक सिहरन सी हुई और उसकी नींद खुल गई. जब उसने मुझे अपनी चूत चाटते हुए देखा तो वो सब समझ गई और उसके मुंह से सिसकारियाँ निकलने लगी. ऋतु सिसकारती हुई बोली- म्म्म्म म्म्म… आआ आआआह आआ… गुड मोर्निंग.. रोहन! मैंने उसकी रसीली चूत से अपना मुंह ऊपर उठाया और बोला- गुड मोर्निंग! हमेशा की तरह उसकी चूत में से ढेर सारा रस बहने लगा और मैं चटखारे लेकर उस

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-4 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 4)

 अगले दिन सुबह दोनों को नाश्ते पर देखकर ऐसा नहीं लगा कि दोनों इस तरह की हैं. दोनों ने नाश्ता किया और स्कूल चली गई. मैं भी कॉलेज गया और सारा दिन दोनों के बारे में सोचता रहा. शाम को घर पहुंच कर ऋतु का इंतज़ार करने लगा. वो स्कूल से आते ही सीधे मेरे रूम में घुसी और मुझसे लिपट गई और मुझसे पूछा- तुमने देखा… कैसा लगा… मजा आया या नहीं… बोलो? मैंने कहा- अरे हाँ, मैंने देखा और बहुत मजा आया. ऋतु बोली- हाय… मैं तुम्हें क्या बताऊँ पूजा की चूत का रस इतना मीठा था कि बस मजा आ गया. और फिर मेरे लंड पर हाथ रखकर बोली- पर इसका कोई मुकाबला नहीं है. फिर ऋतु ने पूछा- क्या तुम्हें देखने में अच्छा लगा? मैंने कहा- हाँ, मेरा मन तो कर रहा था कि काश मैं तुम्हारे रूम में होता तुम्हारे साथ! ऋतु ने एक रहस्यमयी मुस्कान के साथ कहा- शायद एक दिन तुम भी वहाँ पर होगे… हम दोनों के साथ! मैंने पूछा- तो क्या मैं सन्नी और विकास को बुला लूं… तुम दोनों का शो देखने के लिए, तुम्हें कोई आपत्ति तो नहीं है न? ऋतु- तुम कितना चार्ज करोगे उनसे? मैं- एक हजार एक बन्दे से यानी टोटल दो हजार रूपए पर शो! ऋतु- पर अब हम दो लड़कियाँ हैं क्या तुम्हे

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-3 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 3)

 अगले दिन जब मैं उठा तो कल रात की बातें सोचकर मुस्कुराने लगा, फिर कुछ सोचकर झटके से उठा और छेद में देखने लगा. पहले तो मुझे कुछ दिखाई ही नहीं दिया पर जब गौर से देखा तो हैरान रह गया क्योंकि ऋतु की बुर मेरी आँखों के बिलकुल सामने थी. वो छेद के पास खड़ी हुई अपनी बुर में डिल्डो अन्दर बाहर कर रही थी… बिल्कुल नंगी. मैं तो यह देखकर पागल ही हो गया, मैंने झट से अपना तना हुआ लंड बाहर निकाला और उसे तेजी से आगे पीछे करने लगा. मेरा मन कर रहा था कि मैं अपनी जीभ छेद में डाल कर अपनी बहन की बुर में डाल दूँ और उसे पूरा चाट डालूं. मैं ये सोचते-2 जल्दी ही झड़ने लगा. तभी छेद में से ऋतु को अपनी तरफ देखते हुए मैं पास गया तो उसने पूछा- क्या तुम्हारा हो गया? मैंने जवाब दिया- हाँ और तुम्हारा? वो मुस्कुरा कर बोली- हाँ मेरा भी! मैंने कहा- मुझे तो बड़ा ही मजा आया! ऋतु बोली- मुझे भी… चलो अब नीचे नाश्ते पर मिलते हैं! और यह कह कर वो अपनी गांड मटकती हुई बाथरूम में चली गई. आज मेरे दिल में एक अजीब सी ख़ुशी मचल रही थी. जिंदगी के ये नए रंग मुझे सचमुच अच्छे लग रहे थे. हालांकि भाई बहन के बीच ये सब पाप की नजर से देखा जाता है प

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-2 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 2)

 मैं अपनी बहन को नंगी देखा करता था. एक बार मैंने अपने दो दोस्तों से पैसे लेकर उन्हें भी अपनी बहन नंगी दिखा दी. फिर मैंने सोचा कि अपनी बहन से खुल कर बात करने में फ़ायदा है, मैंने बात की और बात बन गई. अब मेरी बहन ने मुझे उसके सामने मुठ मार कर दिखाने को कहा. मैंने ‘हाँ’ कह दिया तो ऋतु ने मुस्कुराते हुए कहा- तो ठीक है… फिर शुरू हो जाओ. मैंने शर्माते हुए अपनी जींस उतारी और अपनी चड्डी भी उतार कर साइड में रख दी और अपने लंड को अपने हाथ में लेकर मन ही मन में बोला… चल बेटा तेरे कारनामे दिखाने का टाइम हो गया… धीरे धीरे मेरे लंड ने विकराल रूप ले लिया और मैं उसे आगे पीछे करने लगा. मैंने ऋतु की तरफ देखा तो वो आश्चर्य से मुझे मुठ मारते हुए देख रही थी. उसकी आँखों में एक ख़ास चमक आ रही थी. मैं अपने हाथ तेजी से अपने लंड पर चलाने लगा. ऋतु भी धीरे-धीरे मेरे सामने आ कर बैठ गई, उसका चेहरा मेरे लंड से सिर्फ एक फुट की दूरी पर रह गया. उसके गाल बिल्कुल लाल हो चुके थे और उसके गुलाबी लरजते होंठ देखकर मेरा बुरा हाल हो गया… वो उन पर जीभ फिरा रही थी और उसकी लाल जीभ अपने गीलेपन से उसके लबों को गीला कर रही थी. मेरा लंड

भाई बहन की चुदाई के सफर की शुरुआत-1 (Bhai Behan Ki Chudai Ke Safar Ki Shuruat- Part 1)

मेरा नाम रोहन है और मेरी उम्र बीस साल की है। मेरे घर में मेरे अलावा मेरी मम्मी पापा और मेरी छोटी बहन ऋतु रहते हैं। मेरे पापा का अपना बिज़नेस है और हम मिडल क्लास में आते हैं। मैंने आज कॉलेज से घर पहुँच कर जल्दी से अपनी अलमारी का दरवाजा खोला और उसमे बनाये हुए छेद के जरिये अपनी छोटी बहन के कमरे में झाँकने लगा। यह छेद मैंने काफी मेहनत से बनाया था और इसका मेरे अलावा किसी और को पता नहीं था। ऋतु अपने स्कूल से अभी अभी आई थी और अपनी ड्रेस बदल रही थी। उसने अपनी शर्ट उतार दी और फिर गौर से अपने फिगर को आईने में देखने लगी, फिर उसने अपने दोनों हाथ पीछे ले जा कर अपनी ब्रा खोल दी। ऋतु की ब्रा किसी बेजान पत्ते के समान जमीन की ओर लहरा गई और उसके 32 के बूब्स किसी अमृत कलश के समान उजागर हो गए… बिल्कुल तने हुए और उनके ऊपर गुलाबी रंग के दो छोटे छोटे निप्पल तन कर खड़े हो गए। मैं ऋतु से दो साल बड़ा हूँ पर मेरे अन्दर सेक्स के प्रति काफी जिज्ञासा है और मैं घर पर अपनी जवान होती बहन को देख कर उत्तेजित हो जाता हूँ। इसलिए तक़रीबन दो महीने पहले मैंने ये छेद अपनी अलमारी में किया था जो उसके रूम की दूसरी अलमारी में खुलत

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